top of page
Writer's pictureRS NEWZ

परीक्षा के समय बच्चों को सपोर्ट करें पैरेंट्स


🔳 *कैसे दूर करें बच्चों में परीक्षा का तनाव, आइए जानते हैं*

🔳 *मार्क्स के स्ट्रेस को बच्चों के दिमाग से हटा दें तो नतीजे ज्यादा अच्छे आएंगे:अमिता गोयल, आधारशिला स्कूल*


*ABOHAR:* एग्जाम स्ट्रेस के कारण बच्चों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर पड़ता है। कुछ बच्चों में एग्जाम का तनाव इतना ज्यादा हावी हो जाता है कि वे पढ़ाई पर भी ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते। इसकी वजह से वे परीक्षा में बेहतर परफॉर्म नहीं कर पाते और उनका रिजल्ट खराब आता है। ऐसे में बतौर अभिभावक आपकी यह जिम्मेदारी बनती है कि आप अपने बच्चे को तनाव से दूर रखने में उसकी मदद करें…

कई माता-पिता अपने बच्चे पर पढ़ाई के लिए बहुत अधिक दबाव बनाने लगते हैं। इस दबाव की वजह से बच्चे तनाव का शिकार जाते हैं। ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि आप बच्चे पर पढ़ाई या रिजल्ट को लेकर अत्यधिक दबाव न बनाएं। आधारशिला स्कूल के हेड ऑफ डिपार्टमेंट मिस अमिता गोयल अनुसार पैरेंट्स एग्जाम के दिनों में नीचे लिखी कुछ बातों का ध्यान रखें....

*परीक्षा के समय बच्चों को पैरेंट्स के सहयोग, प्यार और सहायता की बहुत जरुरत होती है। इससे उनमें एक आत्मविश्वास पैदा होता है जिससे एग्जाम में वे अच्छे मार्क्स ला पाते हैं।

*एग्जाम के लिए जाते समय बच्चे ने पेन , पेन्सिल , इरेज़र , पानी ,रूलर आदि साथ में लिए हों। उन्होंने स्कूल के आई-डी कार्ड या एक्जामिनेशन हॉल के लिए एडमिट कार्ड आदि साथ में ले लिए हों , यह चेक जरूर करें। उन्हें चेक लिस्ट बनाना सिखायें ताकि परीक्षा देने जाते समय वे खुद चेक कर सकें।

*घर में शांति का और खुशनुमा वातावरण होना चाहिए।

बच्चे को आपकी किसी बात से गुस्सा आता हो तो कोशिश करें ऐसा ना हो। गुस्सा और चिड़चिड़ापन होने पर पढ़ाई बिल्कुल नहीं हो पाती। शांत और प्रसन्न मन से पढ़ा गया लेसन अच्छे से याद होता है।

*बच्चों को घर पर पढ़ाई करते समय तथा परीक्षा देते समय टाइम मैनजमेंट सिखायें। कई बार बच्चे को परीक्षा में पूछे गए प्रश्न का आंसर आते हुए भी , समय नहीं होने के कारण वे लिख नहीं पाते। इसलिए उन्हें बताएं की जिन सवालों के जवाब अच्छे से लिखने आते हो पहले उन्हें लिखें ताकि समय का सदुपयोग हो पाये।

*एग्जाम की तैयारी में प्लानिंग बहुत जरुरी होती है, जिसमें हर सब्जेक्ट का रिवीजन भी शामिल हो। हर विषय के लिए समय निकाल कर तैयारी करनी चाहिए। हर सब्जेक्ट को बराबर टाइम मिले ऐसा टाइम टेबल बनवाने में बच्चे की मदद करनी चाहिए। साथ ही वे उस टाइम टेबल के अनुसार चल पायें यह भी ध्यान रखना चाहिए।

*रात को एक अच्छी नींद बहुत जरूरी होती है ताकि दिमाग एकदम फ्रेश हो। इससे परीक्षा में जवाब जल्दी सूझते हैं। पढ़ाई और आराम में संतुलन रखना चाहिए। एक पेपर हो जाने के बाद थोड़ा आराम करने से दूसरे पेपर के लिए वे विश्वास के साथ तैयार हो पाते है।

*कम नंबर लाने पर भी बच्चे को कभी अपमानित ना करें। किसी के सामने तो कभी नहीं। उसे प्यार से समझाकर अगली बार अधिक मेहनत करके अच्छे नंबर लाने के लिए प्रोत्साहित करें।

*परीक्षा के दिनों में बच्चों के खाने पीने में पौष्टिकता का ध्यान ज्यादा रखें। घर पर फ्रिज में पौष्टिक आहार रखना चाहिए , कुछ अन्तराल के बाद बच्चे को दिए जाने चाहिए।

याद रखें यह एग्जाम सिर्फ बच्चे का नहीं, बल्कि माता-पिता का भी होता है। बच्चों साथ प्यारा सा रिश्ता बना कर उनका मनोबल बढ़ाएं परेंट्स। मार्क्स के तनाव को बच्चों के दिमाग से हटा दें तो नतीजे ज्यादा अच्छे आएंगे।।




0 views0 comments

Comentários

Avaliado com 0 de 5 estrelas.
Ainda sem avaliações

Adicione uma avaliação
bottom of page